प्यारा – भारत
एक प्यारा – सा घर था अपना,
सुन्दर भारत का था सपना |
उस पर गड़ी बुरी नजर,
शुरू हुआ गुलामी का कहर |
घर में घुस आए वो,
हम पे धाक जमाए वो |
हुआ सत्यानाश रुका विकास,
दुश्मन में ली जब यहाँ की साँस |
लेकिन हम भी भारतवासी,
चूम लेंगे हँसकर फाँसी |
अगर बात आन पर आए ,
दुश्मन जड़ से मिट जाए |
हम छोड़ेंगे न उसको,
जिसने छुआ माँ के तन को |
दुश्मन को घर से भगाएँ,
एक सुन्दर भारत बनाएँ |