Gyanupvan

Author: gyanadmin

पिता का प्रेम

मधुर प्रेम जिनका था मुझपे,पर ना दिखाना जाने वो। जिनकी वाणी मे कठोरता,मन मे भरी कोमलता हो। है नभ से भी सर्वोपरि,जिनका हृदय इतना विशाल। अपने सपनों को त्याग नयन से,रखे हमारे सपने सम्भाल। अपने अरमनो का दे बलिदान,रखे हैं हृदय मे हमारे अरमान। जिनके लिए सब व्यर्थ निरा है,जिनसे हमारी है पहचान। कठिन श्रम […]

सपनें

सपनें बडे सबकी आँखों में,पूरा करना मुश्किल है | लेकिन जब ठान लें तो,कुछ भी नहीं नामुमकिन है | पूरा लगा कर अपना यत्न,कोशिश करते रहना है | हार मान कर नहीं बैठनाअब तो बस कुछ करना है | सपनें करें साकार हम,कुछ ऐसा जतन करना है | सफलता को छू कर हीहमको दम भरना […]

जय-जय हो लाल तुम्हारी

भारत धरा पुकारे, जय-जय हो लाल तुम्हारी,तुमसे ही अस्तित्व है, तुम ही शान हमारी।। तुझ जैसा जो लाल मिला, हुई है गोद पावन मेरी,तुमने ही बतलाया, दुनिया को कीमत मेरी।। तुझ मे छिपा है मेरा भविष्य, तुम ही जान हमारी,भारत धरा पुकारे, जय-जय हो लाल तुम्हारी।। चलो सदा विजय के पथ पर, तुमको ना रोक […]

हमारा दोस्त किसान

न थकता है न लगती ठण्ड,न गर्मी की धूप से घबराता,न दिखावा उसे है भाता | न भूख तड़पा सकी जिसको,न प्यास का एहसास सताता,देख किसी का धन वैभव,न मन उसका है ललचाता | खेती की प्यास देखकर,वह थोड़ा सा सहम जाता,धरती का बेटा है वो,सूखी सी भूमि जोतकर,हरियाली धरा पर फैलाता,उसे यही काम है […]

देश की बेटी

भारत की पावन भूमि पर,हमें नाज है पैदा होकर । शूरवीरों की धरती यह,सिखलाती ना किसी से डर । तू लक्ष्य बना ले अपना एक,दिखला दे सफल होकर । बेटा तो क्या, बेटी यहा,लेती है सबसे टक्कर । वह लड़ती है, वह मरती है,अपने देश की आन पर। फिर तुम क्यू होते हो दु:खी,इनके पैदा […]

माँ

माँ ममता की मुर्तिमाँ जीवन का आधार ।इसके बिना तो यह जगबिल्कुल ही निराधार ।। माँ ही जीवन देती हैजिससे सफल संसार ।माँ का फिर भी है, अधम नरभूल जाए उपकार ।। आज अगर जीवन मिलातो माँ ही उसका आधारउसके बिना तोनिर्जन यह संसार ।। माँ से ही बनेयह घर परिवार ।फिर भी पाते ही […]

प्यारा – भारत

एक प्यारा – सा घर था अपना,सुन्दर भारत का था सपना | उस पर गड़ी बुरी नजर,शुरू हुआ गुलामी का कहर | घर में घुस आए वो,हम पे धाक जमाए वो | हुआ सत्यानाश रुका विकास,दुश्मन में ली जब यहाँ की साँस | लेकिन हम भी भारतवासी,चूम लेंगे हँसकर फाँसी | अगर बात आन पर […]

ऐ शहीदों ! शत – शत नमन

खुली हवा में साँस दी,हमको जीवन की आस दी,तुमको समर्पित है ये मन,ऐ शहीदों ! शत – शत नमन | जकड़ी जंजीरों से छुड़ाया,माँ भारत का ताज लौटाया,तुमसे ही है ये वतन,ऐ शहीदों ! शत – शत नमन | निडर होके सब त्याग दिया,आँचल का दाग साफ़ किया,इसपे लुटा के तन और मन,ऐ शहीदों ! […]

हम भारत माँ की सन्तान

मेरी भारत माँ का अभिमान,तोड़ने की ली गर जिसने ठान | तो हम लेलेंगे उनकी जान,करेंगे न बर्दाश्त अपमान | माँ है हमारी स्वाभिमानइसके लिए भले जाए जान | न्यौछावर कर अपना प्राण,बचाएँगे हम इसकी शान,हम भारत माँ की सन्तान | चीन हो या हो पाकिस्तान,छोड भगेंगे सब मैदान | हमको हराना नहीं आसान,करेंगे तेरा […]

सावन

हरियाली फैली चहुँ ओर,छाई है घटा घनघोर,रिमझिम बारिस का है शोर,पंख फैलाए नाचे मोर | ऋतु है ये सुहानी आई,हरी चूड़ियों ने चूमी कलाई,खुश हो सभी में तीज मनाई,भाइयों ने राखी बँधवाई | धान की फसल लहराएँ चहुँ ओर,बिजली के कड़कने का शोर,पवन करे भाव विभोर,सुहावना मौसम बड़ा चितचोर | मन को भाया है सावन,झूम […]